Wednesday, June 17, 2015

मेरा घर भी किराए का लगता है

सुलाया नहीं अरसे से गोद में अपनी..
अपना बिस्तर पराए सा लगता है..
तेरी यादों के छाप हैं हरेक दीवार पर..
मेरा घर भी मुझे किराए का लगता है.. 
© सार्थक सागर

2 comments:

  1. Very nice.. You play well with words :)

    http://zigzacmania.blogspot.in/

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    1. Thanks Anjali..
      I try to express my emotions with words
      Happy reading :)

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