मचलती कलम
कुछ अनछुए पल,कटोरी यादों की और भावनाओं का संगम..
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Thursday, August 6, 2015
याद रोग
कुछ रोग लाइलाज़ ही बेहतर हैं, उन्हें रहने दो..
उनकी यादों के रोग का इलाज़ ना निकालो..
©सार्थक सागर
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